संस्था के कार्यक्षेत्र में कहीं भी सरकारी एवं गैर सरकारी, निजी, आदि सभी क्षेत्रों में भ्रष्टाचार , अत्याचार, असमानता, अन्याय, भेदभाव, शोषण, कालाबाजारी, क्रूरता, प्रदूषण, मिलावट, असामाजिक प्रुव्तियाँ आदि के लिए उत्तरदायी कारणों एवं लोगों का पता लगाने के लिए तटस्था पूर्वक अन्वेषण करना और आंकडे तैयार कर इन सभी के लिए विधिक कार्यवाही हेतु सक्षम प्राधिकारी को प्रतिविदित प्रस्तुत कर जिम्मेदार लोगों को सुधारना या सुधरने को प्रोत्साहित करना या उन्हें कानून के अनुसार दंडाशिष्ट करवाने के लिये उच्च स्तर पर प्रयास करना और ज़रुरत पड़ने पर न्यायालय में या उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दाखिल करना व करवाना।
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