About Us
Registration No. : MH/MUM/222/2005
संस्था का ध्येय एवं उददेद्गय इस संस्था के निम्नलिखित ध्येय एवं उदेशिये है:
» लोक अधिकार के अन्तर्गत मिले अधिकारों की रक्षा करना एवं करवाना ।
» भारतीय संविधान एवं मानवाधिकार अनुच्छेद के अन्तर्गत मिले अधिकारों की रक्षा करना एवं करवाना ।
» संस्था का मुखय उदेद्गय संस्था के सदस्यों की सलामती एवं उन पर होने वाले अन्याय तथा अत्याचार से उनका रक्षण करना व करवाना ।
» सदस्य को अपने कर्तव्य एवं आधिकारों के प्रति जागरूक, निर्भीक, निद्गपक्ष व व्यवहार कुच्चल बनाना और उनमें राच्च्ट्र एवं समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी संवेदनशीलता एवं वफादारी का भाव जिंदा रखना ।
» सदस्यों में अपने आपके संरक्षण व विकास के लिए अन्याय के प्रतिकार का जज्बा पैदा करना ।
» जरूरतमंद लोगो का निस्वार्थ एवं निशुल्क मार्ग दर्शन कर उनकी यथा संभव मदद करना व करवाना ।
» संस्था के कार्यक्षेत्र में कहीं भी सरकारी एवं गैर सरकारी, निजी, आदि सभी क्षेत्रों में भ्रद्गटाचार, अत्याचार, असमानता, अन्याय, भेदभाव, शोषण, कालाबाजारी, क्रूरता, प्रदूच्चण, मिलावट, असामाजिक प्रवतिया आदि के लिए उतरदायी कारणों एवं लोगों का पता लगाने के लिए तटस्था पूर्वक अन्वेच्चण करना और आंकडे तैयार कर इन सभी के विधिक कार्यवाही हेतु सक्षम प्राधिकारी को प्रतिविदित प्रस्तुत कर जिम्मेदार लोगों को सुधारना या सुधरने को प्रोत्साहित करना या उन्हें कानून के अनुसार दंडाशिशट करवाने के लिये न्यायालय में उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दाखिल करना व करवाना।
» समाज में बढते अपराधों को रोकना एवं जरूरतमंद लोगों को यथायोग्य सहायता करना व करवाना ।
» संस्थान के माध्यम से समाज के सभी वगों में धार्मिक सामाजिक और राष्ट्रप्रेम की भावना को बढावाᅠ देना तथा समाज में राष्ट्र के विकास के लिए कार्य करना एवं करवाना ।
» सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुचाने का हर संभव कार्य करना व करवाना ।
» भारत के संविधान के तहत प्राप्त मानव हक के अर्न्तगत मिले हकों की रक्षा करना एवं मानवीय हकों के उल्लंघन के समय दोच्चियों के विरूद्व कानूनी कार्यवाही करवाना ।
» संस्था भारत के आजादी दिलाने वाले महापुरूच्चों के आदच्चों का अनुसरण करके उनके राष्ट्र के लिए दिए गए बलिदान से प्रेरणा लेकर दच्चवासियों की सेवा करेगी व नई पीढी को उनका मार्गदर्द्गान करेगी ।
» प्रत्येक स्तर पर प्रत्येक परिस्थितियों में कानून एवं व्यवस्था बनाये रखने में देद्गा की सेना, पुलिस व पर्शासन का सहयोग लेना व सहयोग देना ।
» समस्त भारतवर्ष में रहने वाले लोगों की सामाजिक उन्नति की और ध्यान देना और उनमें आपसी सदभावना की एकता को बढवा देना ।
» भ्रष्टाचार, अत्याचार, अन्याय, जैसे कुकर्मो से मुक्त आदर्द्गा समाज का निर्माण करना। सभी लोग स्वतंत्र रूप से रह सके एवं वह अपने मानव अधिकारों का बिना किसी भय से उपयोग कर सके।
» महिलाओं के कल्याण के लिए कार्य करना तथा दहेज प्रथा को समाप्त करना। शरीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से शोषित महिलाओं को न्याय दिलवाना तथा संरक्षण प्रदान करना।
» सम्पूर्ण भारतवर्च्च में असमाजिक तत्वों से निपटने एवं सरकार के बहुमुखी योजनाओं को साकार करने में संगठन में सदस्यों द्वारा घर घर जाकर जनजाग्रति अभियान चलाना।
» देश की संगठनात्मक एवं एकात्मक एकता बनाए रखने में हर सम्भव मदद करना।
» साम्प्रदायिकता एवं सद्भावना बनाये रखने, जाति-पाति को हटाने तथा भाईचारे को बढ़ावा देने पर विशेष रूप से ध्यान देना।
» संस्था समाज के अनाथ, निसहाय एवं बेसहारा बच्चें का पालन पोच्चण, शिक्षा एवं रोजगार दिलाने का प्रयास करेगी।
» समाज में बढते भ्रष्टाचार एवं उपभोक्ता संरक्षण के प्रति जागरूकता एवं भ्रष्टाचार निवारण में सहायता करना।
» समाज की भलाई हेतु सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करना।
» समाज में आतंकवाद के विरूद्ध लडने के लिए जागरूकता पैदा करना।
» लोक अधिकार के अन्तर्गत मिले अधिकारों की रक्षा करना एवं करवाना ।
» भारतीय संविधान एवं मानवाधिकार अनुच्छेद के अन्तर्गत मिले अधिकारों की रक्षा करना एवं करवाना ।
» संस्था का मुखय उदेद्गय संस्था के सदस्यों की सलामती एवं उन पर होने वाले अन्याय तथा अत्याचार से उनका रक्षण करना व करवाना ।
» सदस्य को अपने कर्तव्य एवं आधिकारों के प्रति जागरूक, निर्भीक, निद्गपक्ष व व्यवहार कुच्चल बनाना और उनमें राच्च्ट्र एवं समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी संवेदनशीलता एवं वफादारी का भाव जिंदा रखना ।
» सदस्यों में अपने आपके संरक्षण व विकास के लिए अन्याय के प्रतिकार का जज्बा पैदा करना ।
» जरूरतमंद लोगो का निस्वार्थ एवं निशुल्क मार्ग दर्शन कर उनकी यथा संभव मदद करना व करवाना ।
» संस्था के कार्यक्षेत्र में कहीं भी सरकारी एवं गैर सरकारी, निजी, आदि सभी क्षेत्रों में भ्रद्गटाचार, अत्याचार, असमानता, अन्याय, भेदभाव, शोषण, कालाबाजारी, क्रूरता, प्रदूच्चण, मिलावट, असामाजिक प्रवतिया आदि के लिए उतरदायी कारणों एवं लोगों का पता लगाने के लिए तटस्था पूर्वक अन्वेच्चण करना और आंकडे तैयार कर इन सभी के विधिक कार्यवाही हेतु सक्षम प्राधिकारी को प्रतिविदित प्रस्तुत कर जिम्मेदार लोगों को सुधारना या सुधरने को प्रोत्साहित करना या उन्हें कानून के अनुसार दंडाशिशट करवाने के लिये न्यायालय में उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दाखिल करना व करवाना।
» समाज में बढते अपराधों को रोकना एवं जरूरतमंद लोगों को यथायोग्य सहायता करना व करवाना ।
» संस्थान के माध्यम से समाज के सभी वगों में धार्मिक सामाजिक और राष्ट्रप्रेम की भावना को बढावाᅠ देना तथा समाज में राष्ट्र के विकास के लिए कार्य करना एवं करवाना ।
» सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुचाने का हर संभव कार्य करना व करवाना ।
» भारत के संविधान के तहत प्राप्त मानव हक के अर्न्तगत मिले हकों की रक्षा करना एवं मानवीय हकों के उल्लंघन के समय दोच्चियों के विरूद्व कानूनी कार्यवाही करवाना ।
» संस्था भारत के आजादी दिलाने वाले महापुरूच्चों के आदच्चों का अनुसरण करके उनके राष्ट्र के लिए दिए गए बलिदान से प्रेरणा लेकर दच्चवासियों की सेवा करेगी व नई पीढी को उनका मार्गदर्द्गान करेगी ।
» प्रत्येक स्तर पर प्रत्येक परिस्थितियों में कानून एवं व्यवस्था बनाये रखने में देद्गा की सेना, पुलिस व पर्शासन का सहयोग लेना व सहयोग देना ।
» समस्त भारतवर्ष में रहने वाले लोगों की सामाजिक उन्नति की और ध्यान देना और उनमें आपसी सदभावना की एकता को बढवा देना ।
» भ्रष्टाचार, अत्याचार, अन्याय, जैसे कुकर्मो से मुक्त आदर्द्गा समाज का निर्माण करना। सभी लोग स्वतंत्र रूप से रह सके एवं वह अपने मानव अधिकारों का बिना किसी भय से उपयोग कर सके।
» महिलाओं के कल्याण के लिए कार्य करना तथा दहेज प्रथा को समाप्त करना। शरीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से शोषित महिलाओं को न्याय दिलवाना तथा संरक्षण प्रदान करना।
» सम्पूर्ण भारतवर्च्च में असमाजिक तत्वों से निपटने एवं सरकार के बहुमुखी योजनाओं को साकार करने में संगठन में सदस्यों द्वारा घर घर जाकर जनजाग्रति अभियान चलाना।
» देश की संगठनात्मक एवं एकात्मक एकता बनाए रखने में हर सम्भव मदद करना।
» साम्प्रदायिकता एवं सद्भावना बनाये रखने, जाति-पाति को हटाने तथा भाईचारे को बढ़ावा देने पर विशेष रूप से ध्यान देना।
» संस्था समाज के अनाथ, निसहाय एवं बेसहारा बच्चें का पालन पोच्चण, शिक्षा एवं रोजगार दिलाने का प्रयास करेगी।
» समाज में बढते भ्रष्टाचार एवं उपभोक्ता संरक्षण के प्रति जागरूकता एवं भ्रष्टाचार निवारण में सहायता करना।
» समाज की भलाई हेतु सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करना।
» समाज में आतंकवाद के विरूद्ध लडने के लिए जागरूकता पैदा करना।
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